Interesting gk पढ़ने और किसी से पूछने में बहुत मजा आता है क्योंकि इसका जबाब हर कोई नहीं दे पाता है। यहाँ तक की एक शिक्षक भी ऐसे सवालों का जबाब कभी-कभी नहीं दे पाते है। इसलिए आप सभी को interesting gk जरूर पढ़नी और सीखनी चाहिए। हम आपके लिए ढ़ेर सारी interesting gk का आर्टिकल लिख चुके है जैसे की - वह कौन-सा जीव है जिसका खून नीला होता है ? ऐसे बहुत सारे -
वह कौन-सा प्राणी है जिसे हर चीज दुगुनी दिखाई देती है ?
★★★ हाथी ( Elephant ) ★★★
हाथी एक स्थलीय जीव है। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्थलीय जीव है। आपको बता दे की धरती पर रहने वाले स्तनपायी जीवों में से सबसे बड़ा जीव हाथी ही है। हाथी को अंग्रेजी में एलिफैंट और संस्कृत में गज कहा जाता है। एक हाथी का जीवन काल 50 से 70 वर्ष होता है। कुछ हाथियाँ 80 साल से भी अधिक जीवित रहती है। आपके जानकारी के लिए बता दूँ की हथिनी का गर्भकाल 22 महीनें का होता है। हाथी का वजन 10 हजार किलो से भी अधिक होता है। हाथी के बारे में और जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें। क्लिक करे
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में पाई जाने वाली पहाड़ी आयर्स पहाड़ी अपना रंग प्रतिदिन बदलता है। इस पहाड़ी की खोज एक अंग्रेज यात्री ने किया था। आपको बता दे की यह पहाड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच अनेक रंग में बदलता रहता है। जैसे की कभी लाल, तो कभी पिला, तो कभी हरा, कभी नारंगी, कभी काला आदि। इस पहाड़ी को आयर्स पहाड़ी के अलावा उलुरु पहाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। यह दक्षिण ऑस्ट्रेलिया का प्राकृतिक पहाड़ियों में से एक है।
रंग बदलने वाला यह आयर्स पहाड़ी दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के उलुरु पहाड़ के आयर्स रॉक पर स्थित है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इस रंग बदलने वाले पहाड़ी का निर्माण जलवायु की स्थिति और पृथ्वी में बदलाव के कारण 350 लाख साल पहले हुआ है। उलुरु एक बहुत बड़ा चट्टान है लगभग 6 किमी० की जिसपर आयर्स पहाड़ी स्थित है। आपको बता दे की यह पहाड़ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एकल पहाड़ है।
उलुरु के चट्टान का निर्माण फेल्सपार, रेत, मिट्टी, बालू के कण, क्वार्ट्ज़, लौह ऑक्साइड आदि जैसे पदार्थों से हुआ है। जब सूर्योदय होती है तब सूर्य का प्रकाश इस चट्टान पर पड़ती है जिसके कारण अलग-अलग रंगों में यह बदलती है। यह पहाड़ी लाल, भूरी, हरी, काली, नारंगी, पीली आदि रंगों में परिवर्तित होता है। पुराने समय में लोग इस पहाड़ी की अद्भुतता को देखकर पूजा भी करते थे।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस पहाड़ी की खोज एक अंग्रेज यात्री डब्लू जी गोसे ने 1873 में किया था। उस समय ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री हेनरी आयर्स थे इसलिए उन्ही के नाम पर इस पहाड़ी का नाम आयर्स पहाड़ी रख दिया गया था। यह पहाड़ी बहुत ही विचित्र है। जिसके कारण यहाँ बहुत से यात्री प्रतिवर्ष घूमने के लिए आते है।
3 आँखों वाला जीव जिसका नाम
वह कौन-सी पहाड़ी है जो अपना रंग रोज बदलती है ?
★★★ आयर्स पहाड़ी ★★★
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में पाई जाने वाली पहाड़ी आयर्स पहाड़ी अपना रंग प्रतिदिन बदलता है। इस पहाड़ी की खोज एक अंग्रेज यात्री ने किया था। आपको बता दे की यह पहाड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच अनेक रंग में बदलता रहता है। जैसे की कभी लाल, तो कभी पिला, तो कभी हरा, कभी नारंगी, कभी काला आदि। इस पहाड़ी को आयर्स पहाड़ी के अलावा उलुरु पहाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। यह दक्षिण ऑस्ट्रेलिया का प्राकृतिक पहाड़ियों में से एक है।
रंग बदलने वाला यह आयर्स पहाड़ी दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के उलुरु पहाड़ के आयर्स रॉक पर स्थित है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इस रंग बदलने वाले पहाड़ी का निर्माण जलवायु की स्थिति और पृथ्वी में बदलाव के कारण 350 लाख साल पहले हुआ है। उलुरु एक बहुत बड़ा चट्टान है लगभग 6 किमी० की जिसपर आयर्स पहाड़ी स्थित है। आपको बता दे की यह पहाड़ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एकल पहाड़ है।
उलुरु के चट्टान का निर्माण फेल्सपार, रेत, मिट्टी, बालू के कण, क्वार्ट्ज़, लौह ऑक्साइड आदि जैसे पदार्थों से हुआ है। जब सूर्योदय होती है तब सूर्य का प्रकाश इस चट्टान पर पड़ती है जिसके कारण अलग-अलग रंगों में यह बदलती है। यह पहाड़ी लाल, भूरी, हरी, काली, नारंगी, पीली आदि रंगों में परिवर्तित होता है। पुराने समय में लोग इस पहाड़ी की अद्भुतता को देखकर पूजा भी करते थे।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस पहाड़ी की खोज एक अंग्रेज यात्री डब्लू जी गोसे ने 1873 में किया था। उस समय ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री हेनरी आयर्स थे इसलिए उन्ही के नाम पर इस पहाड़ी का नाम आयर्स पहाड़ी रख दिया गया था। यह पहाड़ी बहुत ही विचित्र है। जिसके कारण यहाँ बहुत से यात्री प्रतिवर्ष घूमने के लिए आते है।